कैसे सुधरेगी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था...?

आरके मिश्रा
जिले की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने और दुरुस्त करने के उद्देश्य से एसएसपी वैभव  कृष्ण ने ऑपरेशन क्लीन अभियान चलाया हुआ है, जो कि सराहनीय पहल है। 
इस अभियान के तहत लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। जगह-जगह पुलिस, परिवहन विभाग के अधिकारी तैनात किए गए हैं। जगह-जगह चालान काटे जा रहे हैं, वाहनों को सीज किया जा रहा है, शमन शुल्क वसूल किया जा रहा है, नो पार्किंग जोन से वाहन टो किए गए, इस प्रकार एक सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस और परिवहन विभाग के इस कदम की सराहना की जानी चाहिए। लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि पुलिस प्रशासन की इस मेहनत के बाद भी लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं। ग्रेटर नोएडा में रॉन्ग साइड ड्राइविंग बदस्तूर जारी है, सीट बेल्ट कोई लगाता नहीं, टू व्हीलर चालक सिर्फ पेट्रोल पंप में हेलमेट लगाते हैं वहां से बाहर आते ही हेलमेट उतर जाता है, कई कार बगैर नंबर प्लेट की नजर आती हैं, वाहनों में अवैध हूटर सायरन लगे हुए हैं, शीशों पर काली फिल्म लगी गाड़ियां अभी भी दिखाई देती है, बाइकों के साइलेंसर निकालकर ध्वनि प्रदूषण जारी है। यह नजारे अभी भी ग्रेटर नोएडा में प्रतिदिन नजर आ रहे हैं। 
पुलिस प्रशासन के इतने सघन अभियान जागरूकता अभियान के बावजूद यदि लोग ट्रैफिक नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन कर रहे हैं तो सहज ही समझा जा सकता है कि इन्हें जागरूकता से नहीं सुधारा जा सकता। सिर्फ दंड ही एकमात्र उपाय है जिससे इस स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।